हेलो दोस्तों, मैं हूँ राज और आप सब मेरे साथ Bhauja.com पे कहानी पढ़ रहे हैं । आज मैं आपको मेरे भाभी के बारे में बताऊंगा । ये कहानी लिखते हुए मेरे लंड सीधे कड़ी हो जाता हे । भाभी की चूचियां बहत मस्त हे और दबाने में जो मजा और कंही पे नहीं । तो चलिए कहानी पे चलते हैं कुछ इंट्रोडक्शन के बाद ।
दोस्तों यह मेरा पहला सेक्स अनुभव है। मेरा नाम तो आप सभी जानते है और में अभी अहमदाबाद रहता हूँ और मैंने अभी कुछ समय पहले ही अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी की है और अब में एक इंजिनियर हूँ और में अच्छा ख़ासा पैसा कमाता हूँ और बहुत ही शरीफ़ लड़का हूँ। मेरी उम्र 25 साल है और में दिखने में बहुत अच्छा हूँ।
मेरी हाईट 5 फिट 8 इंच है और में उत्तरप्रदेश का रहने वाला हूँ और मेरी फेमिली मुझसे हमेशा बहुत ही खुश रहती है और में अपनी फेमिली का सबसे दुलारा बेटा हूँ और अब में अपनी आज की स्टोरी पर आता हूँ।
दोस्तों यह कहानी उस समय की है जब में अपने भैया की शादी में अपने घर पर गया हुआ था और अभी मेरी भाभी को आए हुआ 4 दिन हुए थे और उनके घरवाले उन्हे ले जाने के लिए आए थे। वो सभी शाम को आए थे और दूसरे दिन सुबह जल्दी ही उन्हे ले जाने वाले थे, तो में उसी रात को छत पर अकेला बैठा हुआ था। तभी मुझे किसी के आने की आहट सुनाई दी तो मैंने पीछे मुड़कर देखा तो मेरी नई भाभी ऊपर आ रही है।
में : अरे भाभी आप यहाँ पर?
भाभी : हाँ लेकिन आप अकेले छत पर क्या कर रहे है?
में : बस भाभी में अकेले बैठकर यही सोच रहा था कि मुझे पता ही नहीं लगा कि कब मेरी छुट्टियाँ भी खत्म हो गई और अब आप भी कल सुबह अपने घर पर चले जाओगे?
तो दोस्तों में उस समय बहुत उदास होकर बैठा हुआ था और मुझे रात में छत पर बैठना बहुत अच्छा लगता है।
भाभी : (थोड़ा दूर बैठकर) हाँ मुझे आपकी बहुत याद आएगी।
में : ऐसा क्यों?
भाभी : आप मेरे साथ हर रोज बात करते थे और मुझे बहुत हँसाते थे।
में : तो क्या हुआ भाभी में आपके फोन पर बात करूँगा ना।
भाभी : आपको अकेला देखकर मुझे बहुत दुख होता है।
में : लेकिन वो क्यों?
भाभी : वो आप बहुत अच्छे होना इसलिए।
में : क्या भाभी आप भी, प्लीज मज़ाक मत करो।
भाभी : चलो नीचे सबके साथ बैठो, तुम्हारा भी उनके साथ मन लगेगा।
में : नहीं भाभी, आज मेरा मूड नहीं, आप जाओ।
भाभी : अच्छा चलो यह बताओ कि आपकी क्या कोई गर्लफ्रेंड है?
दोस्तों में उनके मुहं से यह बात सुनकर एकदम चकित हो गया और कुछ देर सोचने के बाद बोला कि नहीं भाभी मेरी कोई भी गर्लफ्रेंड नहीं है सिर्फ़ दो अच्छी दोस्त है, तो वो झट से बोली कि सिर्फ़ दोस्त या और भी कुछ? तो मैंने कहा नहीं बस दोस्त और में थोड़ा मुस्कुराया और कहा कि भाभी मज़ाक बंद करो। दोस्तों में थोड़ा अपनी भाभी के बारे में भी बता दूँ, वो नई दुल्हन बहुत ही सुंदर और उनके मस्त फिगर का साईज 32-28-32 होगा वो मस्त सेक्सी लगती थी, लेकिन मैंने कभी भी उनके बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचा था। फिर हमने बहुत देर तक बातें की और फिर खाना खाने के लिए नीचे आ गए, तो में अपने रूम में जाकर लेट गया और आज भैया किसी रिश्तेदार के यहाँ पर शादी का काम था तो वो रात को नहीं आने वाले थे और थोड़ी ही देर में मेरी आँख लग गयी और कुछ देर में मुझे महसूस हुआ कि मेरे सर पर कोई हाथ फेर रहा है, तो मैंने तुरंत आँख खोली और देखा तो मेरी भाभी मेरे पास बैठी हुई थी, तो मैंने उनसे कहा कि भाभी आप यहाँ और वो भी इतनी रात में कोई अगर आपको मेरे पास देखेगा तो बहुत बड़ा बवाल हो जाएगा। दोस्तों उनकी उम्र 23 साल की होगी, तो भाभी बोली कि मुझे तुम्हारी छत पर की हुई बातें याद आ रही थी, तो मैंने सोचा कि में तुमसे थोड़ी और बात करती हूँ, लेकिन मैंने यहाँ पर आकर देखा कि तुम तो सो चुके थे।
फिर भाभी ने मेरा सर सहलाते हुए अपना एक हाथ मेरे होंठ पर रख दिया और मैंने झट से काट लिया वो चिल्लाई और वो बोली कि आप बहुत शैतान हो और अब जब में भी तुमसे शैतानी करूँगी तो रोना मत, तो मैंने बोला कि हाँ करिए ना आपको किसने मना किया है और फिर भाभी बोली कि मुझे भी आज यहीं पर सोना है, तो में आज एक बार फिर से उनकी यह बात सुनकर बहुत हैरान हो गया और मैंने बोला कि नहीं भाभी आप मेरे पास मत सोना, में रात को नींद में बहुत हाथ पैर फेंककर सोता हूँ, लेकिन वो तो बोली कि कोई बात नहीं, में भी ऐसे ही सोती हूँ और फिर वो बोली कि आप लेटे रहो में अभी कुछ देर में अपने कपड़े बदलकर आती हूँ और थोड़ी ही देर में वो एक गुलाबी कलर की मेक्सी पहनकर आई और वो उस मेक्सी में क्या कयामत लग रही थी? दोस्तों में तो उसे देखकर पहली बार पागल हुआ और उनको बस घूर घूरकर देखता ही रहा। उनके गोल गोल बड़े बूब्स उस मेक्सी के अंदर होने के बाद भी एकदम बड़े आकार के दिख रहे थे, क्योंकि उनकी वो मेक्सी बहुत टाईट थी जो उनके जिस्म के हर एक हिस्से का आकार बाहर से ही बता रही थी और उनकी वो बड़ी गांड जो अच्छे अच्छो के लंड को ठंडा करने को तैयार थी, तो वो मेरे पास आई और मुझसे थोड़ा सा दूर होकर लेट गई। उन्होंने मेरी तरफ अपना मुहं किया हुआ था, जिसकी वजह से उनके बूब्स उस मेक्सी से बाहर की तरफ झांक रहे थे और बहुत ही सुंदर दिख रहे थे जैसी वो खुद थी, तो मैंने उनसे कहा कि भाभी अगर आप बुरा ना मानो तो में एक बात बोलूं? तो वो थोड़ा मुस्कुराकर बोली कि हाँ कहो, तो मैंने थोड़ी हिम्मत करके कहा कि भाभी आप बहुत सुंदर दिख रही हो, तो वो मुस्कारकर बोली कि क्यों इसके पहले नहीं देखा था क्या? तो मैंने कहा कि वो इसलिए क्योंकि मैंने आज आपको पहली बार बहुत करीब से देखकर यह सब बोला। फिर भाभी मेरे पास थोड़ा सट गई उनकी सांसे मेरी सांसो से टकराने लगी और अब धीरे धीरे मेरा पारा बहुत बड़ गया, लेकिन में उनके चेहरे को देखकर थोड़ा सोच में पड़ गया कि शायद आज मेरा बलात्कार होने वाला तो नहीं? फिर भाभी बोली कि आप बहुत भोले हो। मैंने उनके हाथ पर अपना हाथ रगड़कर बोला नहीं तो? तो भाभी ने मुझसे पूछा कि जब आपकी बीवी आएगी तो उसके साथ आप पहली रात में क्या करोगे? दोस्तों में उनके मुहं से यह सब बातें सुनकर एकदम पागल सा हो गया, तभी वो बोली कि चलो में आपको वो सब सिखाती हूँ और मुझे सुनकर अहसास हुआ कि आज तो पक्का कुछ होने वाला है। फिर उसने मेरा एक हाथ पकड़ा और उसे अपने बूब्स के ऊपर रख दिया और बोली कि देखो सबसे पहले इसको दबाना, सहलाना। दोस्तों जैसे ही उसने मेरा हाथ उसके बूब्स पर रखा तो मुझे अपनी किस्मत पर विश्वास नहीं हुआ और में कुछ सेकण्ड तक उनके बूब्स की गरमाहट को अपने हाथों से महसूस करने लगा और जब मुझे होश आया तो मैंने उनकी आखों में वो सब कुछ देख लिया जो वो मुझसे अब करवाना चाहती थी, तो मैंने वो एकदम सही मौका देखकर बूब्स को धीरे से दबाया तो उनके मुहं से अह्ह्ह की आवाज़ आई।
तो मैंने पूछा कि क्या हुआ भाभी? तो वो बोली कि कुछ नहीं, फिर मैंने उनसे कहा कि भाभी क्या में ऐसे ही उस रात को कपड़ो के ऊपर से दबाऊंगा? वो बोली कि नहीं मेरे प्यारे देवर जी आपकी तो वो अमानत होगी, आप जैसे चाहो वैसे दबाना, वो आपको कभी भी मना नहीं कर सकती, तो मैंने थोड़ा डरते हुए कहा कि क्या में आपके दबाऊँ? तो वो फटाक से बोली कि हाँ अब में आपको सिखा रही हूँ तो पूरी ही तरह से सिखाउंगी ना और वो मुझसे बोली कि मेरी मेक्सी को उतार दो, तो मैंने कहा कि नहीं भाभी आप यह क्या बोल रही हो? तो वो बोली कि सीखना है ना सब कुछ तो अब जल्दी से उतारो। फिर मैंने उसकी मेक्सी को उतार दिया और उन्हे बिल्कुल पागलों की तरह देखता रहा और बोला कि आप तो एकदम दूध की तरह सफेद हो भाभी और आपकी नाभि देखकर, तो मेरे कुछ कहने से पहले ही वो बोल पड़ी कि क्या? तो मैंने कहा कि कुछ नहीं और वो मुझसे बोली कि अब मेरे पेट पर किस करो, तो मैंने अपने होंठ उनके पेट रखे तो वो एकदम सिसक उठी और मेरे सर पर हाथ रखकर दबाने लगी।
फिर मैंने अपनी जीभ को उनकी नाभि में डाल दिया, वाह मुझे क्या मज़ा आ रहा था। फिर मैंने कहा कि भाभी जब आप इतनी गोरी हो तो आपके बूब्स कितने सफेद होगें और मेरे मुहं से इतना सुनते ही उन्होंने झट से अपनी ब्रा को खोल दिया और मुझसे बोली कि लो देख लो, तो में उनके बड़े बड़े, गोल गोल, एकदम गोरे बूब्स को देखकर पागल सा हो गया और मैंने अपना एक हाथ उन पर रख दिया, तो वो भी पागल की तरह अपनी दोनों आखें बंद करके मज़े लेने लगी और उनके मुहं से अह्ह्ह्हह आऊऊऊ आईईईईईइ निकलने लगा, तो मैंने सही मौका देखकर अपने होंठ हल्के भूरे निप्पल पर रख दिया और दोनों हाथों से बूब्स को दबा दबा कर पीने लगा, लेकिन दोस्तों में आपको क्या बताऊँ? मुझे सच में ऐसा करने से बहुत मज़ा आ रहा था और ऐसी मुलायम चीज़ तो पूरी दुनिया में होती ही नहीं और फिर मैंने कुछ ही देर में उनके निप्पल को चाट चाटकर लाल कर दिए और वो मेरा सर अपनी छाती से दबा रही थी और वो बोली कि पियो मेरे देवर जी, आज मेरा सारा दूध पी लो, अभी तक तुम्हारे भैया ने नहीं पिया था, तो में यह सुनते ही और ज़ोर से टूट पड़ा और फिर मैंने उनके होंठ पर अपने होंठ रख दिए। भाभी बहुत ज़ोर ज़ोर से मेरे होंठ को काट रही थी। मुझे ऐसा लग रहा था कि वो बहुत प्यासी थी और दोनों बहुत जोश से सब कुछ कर रहे थे। तभी मुझे मेरे लंड पर कुछ महसूस हुआ और जब मैंने नीचे की तरफ देखा तो वो भाभी का हाथ था जो कि मेरी छोटी पेंट के ऊपर से मेरे लंड को पकड़कर सहला रहा था। दोस्तों मेरा लंड 6 इंच का और भाभी के हाथ की गर्मी पाते ही वो अब पूरी तरह से जाग गया और मुझे ऐसा लगा कि आज वो मेरी अंडरवियर को फाड़कर बाहर आ जाएगा, तो भाभी बोली कि तेरा लंड तो तेरे भैया से भी बड़ा और मोटा भी है और फिर मैंने अपनी पेंट और अंडरवियर दोनों को उतार दिए और भाभी मेरे लंड को हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी, तो मेरे मुहं से अह्ह्ह की आवाज़ बाहर आ गई, तो भाभी बोली कि तुम्हारा लंड बहुत कड़क है। में 5 मिनट में ही भाभी के हाथ में झड़ गया और फिर वो बोली कि देवर जी यह तो गया, तो मैंने कहा कि आज पहली बार किसी लड़की ने इसे छुआ है इसलिए इसने अपने हथियार जल्दी ही डाल दिए, लेकिन अब आप से कैसे भी फिर से खड़ा कर दो, फिर देखना यह आपको कितना मज़ा देता है, तो भाभी जल्दी से नीचे आई और अपना मुहं मेरे लंड पर रख दिया। में उनके होंठो के स्पर्श से एकदम पागल हो गया क्योंकि भाभी के होंठ बहुत मुलायम थे। फिर भाभी ने कुछ ही देर में मेरा लंड चाट चाटकर साफ कर दिया और उसे फिर से खड़ा कर दिया और बोली कि यह तो बहुत जल्दी से तैयार हो गया, तो मैंने पूछा कि किसके लिए तैयार हो गया? तो उसने कुछ नहीं कहा बस वो मुस्कुराई और कुछ सोचकर बोली कि मेरे देवर जी प्लीज, आज अपनी भाभी को खुश कर दो।
फिर मैंने भाभी की पेंटी को निकाल दिया और अपना एक हाथ उनकी चूत पर घुमा रहा था और भाभी के मुहं से आआअहह आईईईईइ निकला और वो बोली कि बहुत मज़ा आ रहा है, तो मैंने अपनी एक उंगली को चूत के अंदर डाल दिया और वो मेरी अंगुली से अपनी गांड को उठा उठाकर मुझसे चुद रही थी। उनकी चूत बहुत ही हॉट थी। फिर बोली कि देवर जी क्यों रसपान नहीं करोगे? और मैंने तुरंत ही चूत पर अपना मुहं रखा और पूरी चूत को मुहं में भर लिया और भाभी ने मेरा सर पकड़कर ज़ोर से अपनी चूत पर दबाया और बोला कि हाँ पूरा आईईईईई खा लो प्लीज अहह उह्ह्ह्हह्ह्ह्हह, तो मैंने अपनी जीभ से चूत को चोद चोदकर भाभी का पानी निकाल दिया। भाभी बोली कि प्लीज मुझे आज शांत कर दो ना। में भाभी के ऊपर आया और दोनों पैर फैलाकर उनके ऊपर लेट गया और भाभी ने मेरा लंड अपने एक हाथ से पकड़कर अपनी गीली, कामुक चूत पर सेट किया, तो मैंने लंड को चूत पर थोड़ा दबाया तो लंड अंदर नहीं गया, तो मैंने और ज़ोर लगाया तो थोड़ा सा लंड अंदर गया, लेकिन भाभी ज़ोर से चिल्ला उठी। तभी मैंने अपना मुहं उनके मुहं पर रख दिया और थोड़ी देर ऐसे ही रुका रहा और थोड़ी देर बाद भाभी बोली कि आपके भैया ने इसको अच्छे से नहीं चोदा है, प्लीज आज आप मुझे एक औरत का सुख दे दो अहहउहह।
वो शब्द सुनते ही में और जोश में आ गया और मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा और पूरा का पूरा लंड अंदर चला गया और भाभी जैसे बैहोश सी हो गई और उनकी आँख से आँसू बाहर आ गए और में थोड़ी देर उनके ऊपर लेटा रहा। फिर थोड़ी देर में मुझे थोड़ी हलचल महससू हुई तो मैंने एक बार फिर से पूरा लंड बाहर निकाला और ज़ोर से धक्का देकर फिर से पूरा अंदर डाल दिया आसस्स्स्सस्स माँ मर गई और भाभी फिर से चहक उठी, लेकिन इस बार वो बोली कि मारो देवर जी और ज़ोर से धक्के मारो, लेकिन प्लीज आज मेरी चूत को शांति दे दो आआहहााअ आआआअहह में कितने दिन से तड़प रही थी और दो आज मेरी चूत को, साली मुझे यह बहुत परेशान करती है। साली कितने दिनों से भूखी थी, तो में ज़ोर ज़ोर से धक्के पे धक्का मार रहा था और पूरे रूम में भाभी की सिसकियां भर रही थी अहहहहआहहअहह माँ, भाभी मुझे कसकर पकड़कर बोली और ज़ोर से चोद। फिर मैंने अपनी स्पीड को और बढ़ा दिया और उसके कुछ ही देर बाद वो झड़ गई और मुझसे चिपककर रोने लगी और चूमने चाटने लगी और बोली कि राज तुम कितने अच्छे हो, में तुमसे प्यार करती हूँ राज, वो यह बोलकर गांड ऊपर उठाकर फिर से मेरा साथ देने लगी और भाभी तीन बार झड़ी और मैंने एक जोरदार धक्का मारा और बोला कि भाभी में भी झड़ने वाला हूँ और यह बोलते ही भाभी ने कहा कि मेरी चूत में डाल दो राजा तभी तो मेरी चूत को ठंडक मिलेगी और फिर मेरा पानी चूत में निकलने लगा। तभी भाभी फिर से झड़ गयी और में भाभी के ऊपर ही लेट गया और भाभी ने मुझे बहुत देर तक चूमा चाटा और वो बोली कि अब तुम्ही मेरे राजा हो, यह सब कुछ तुम्हारा है, तुम जैसे चाहो वैसे करो।
फिर थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर से अपनी नींद से जाग गया और भाभी की चूत को फाड़ने को तैयार हो गया, तो मैंने फिर से भाभी की चूत पर होंठ को रखा, क्या मस्त खुश्बू आ रही थी? मैंने पूरी चूत को चाट चाटकर फिर से गीली कर दिया और भाभी फिर से गरम हो गयी और मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगी और मैंने उन्हे उल्टा लेटा दिया और पीछे से चूत में लंड डाल दिया। उसने थोड़ी आवाज़ निकाली अहह आईईईइ बहुत दर्द हो रहा है, पर मैंने उनकी एक ना सुनी और ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा और वो कुछ देर बाद गांड हिला हिलाकर पूरे जोश में अहहहह मार दो और ज़ोर से मेरे राजा आज मुझे चोदकर फाड़ दो अहहह्ह्ह और में ताबड़तोड़ धक्के मार रहा था और फिर भाभी बिना लंड निकाले मेरे ऊपर बैठ गयी और लंड पर कूद कूद कर मज़े लेने लगी और अब मेरे लंड में भी दर्द होने लगा, क्योंकि यह मेरा फर्स्ट टाईम सेक्स था और वो भी कातिल जवान सेक्स की बला से। मैंने नीचे से दो चार जोरदार झटके मारने लगा और बोला कि भाभी मेरा लंड अब झड़ने वाला है, तो वो बोली कि राजा मेरे मुहं में डाल दो और वो चूत से बाहर निकालकर मेरा लंड मुहं में लेकर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी और मैंने अपना पूरा पानी उनके मुहं में छोड़ दिया।
फिर वो पूरा पी गयी और बोली कि राजा तेरा पानी तो बहुत मीठा है और फिर मेरा लंड चूसती रही। में बैहोश सा पड़ा रहा और फिर वो मेरे पास में आकर लेट गयी और हम दोनों बिल्कुल नंगे चिपके हुए थे। फिर मैंने रात भर भाभी को तीन बार चोदा और अब भाभी की चूत सूज गई और सुबह उठकर उनसे चला भी नहीं जा रहा था, तो मैंने खाना खाने के बाद भाभी से नज़र मिलाई तो उसने मुझे एक सेक्सी सी स्माइल दी और कहा कि राज बहुत दर्द है, लेकिन अब मेरे पूरे शरीर को ठंडक मिल गयी है और फिर वो मेरे होंठ पर अपने होंठ रखकर चूसने लगी और बोली कि मेरे घर पर कब आओगे? तो मैंने कहा कि भाभी अभी तो में अहमदाबाद जाऊंगा, लेकिन फिर कभी ज़रूर आऊंगा और सुबह खाना ख़ाकर वो चली गयी और में अपनी नौकरी पर अहमदाबाद। अब में भी उनकी चूत की भूख में हर रोज मुठ मार रहा था और फिर मुझे कंपनी के काम से एक दिन घर की तरफ जाना पड़ा और में ऑफिस का काम ख़त्म करके भाभी के घर कानपुर में चला गया ।।
धन्यवाद …
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